मुंशी प्रेमचंद जयंती
मुंशी प्रेमचंद जयंती के उपलक्ष्य में कक्षा ३ से ५ के बच्चों ने १९ जुलाई २०२१ से ३१ जुलाई २०२१ तक इस महान साहित्यकार के बारे में जाना | सभी बच्चों ने इनकी जीवनी को संक्षेप में जाना और प्रमुख रचनाओं के नामों से अवगत हुए |
कक्षा ३ से ५ के बच्चों ने मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित एक कहानी को पढ़ा और उस पर आधारित गतिविधि की | उन्होंने गूगल फॉर्म के ज़रिए quiz भी किया |
कक्षा ३ के बच्चों ने ‘दो बैलों की कथा’ द्वारा घनिष्ठ मित्रता, जानवरों और मनुष्य के प्रेम तथा तालमेल को जाना एवं उस पर चर्चा की | कक्षा ४ में बच्चों ने ‘ईदगाह’ कहानी सुनी, समझी और पढ़ी | सभी बच्चों ने हामिद द्वारा घर के बड़े-बूढों के लिए नि:स्वार्थ प्रेम पर चर्चा की और उससे भावनात्मक रूप से जुड़ पाए | उन्होंने इस कहानी का मंचन भी किया |
किस्सागोई – पंच परमेश्वर
मुंशी प्रेमचंद द्वारा शुरू की गई कहानी वाचन की कला - ‘किस्सागोई’ से कक्षा ५ के बच्चे परिचित हुए | उन्होंने मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित प्रसिद्ध कहानी पंच परमेश्वर को किस्सागोई के माध्यम से प्रस्तुत किया | हमारे कक्षा ५ के ‘किस्सागोइओं’ ने भावपूर्ण कथा वाचन करते हुए पंचायती राज व्यवस्था को समझते हुए सरपंच की ज़िम्मेदारी और नैतिकता का बोध भी किया | इस कहानी के द्वारा सभी छात्र मुंशी प्रेमचंद की लेखन शैली से भी अवगत हुए |